NAAT LYRICS ALA HAZRAT SECRETS

naat lyrics ala hazrat Secrets

naat lyrics ala hazrat Secrets

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naat lyrics in urdu translation

बच्चों का दुख है सीने में, फ़िक्र-ए-हरम भी है

तेरे हाथ में हाथ मैं ने दिया है तेरे हाथ है लाज, या ग़ौस-ए-आ'ज़म ! इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ बंदे ग़म आज़ाद कुन दर दीन-ओ-दुनिया शाद कुन, या ग़ौस-ए-आ'ज़म दस्त-गीर ! निकाला है पहले तो डूबे हुओं को और अब डूबतों को बचा, ग़ौस-ए-आ'ज़म ! इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ बंदे ग़म आज़ाद कुन दर दीन-ओ-दुनिया शाद कुन, या ग़ौस-ए-आ'ज़म दस्त-गीर ! भँवर में फँसा है सफ़ीना हमारा बचा, ग़ौस-ए-आ'ज़म ! बचा, ग़ौस-ए-आ'ज़म ! इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ बंदे ग़म आज़ाद कुन द

क़िस्मत के अँधेरों में दिन-रात भटकता है

हम जश्न-ए-विलादत पे दिल-ओ-जान से क़ुर्बां

इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ रंज-ओ-ग़म आज़ाद कुन दर दीन-ओ-दुनिया शाद कुन, या ग़ौस-ए-आ'ज़म दस्त-गीर ! इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ बंदे ग़म आज़ाद कुन दर दीन-ओ-दुनिया शाद कुन, या ग़ौस-ए-आ'ज़म दस्त-गीर ! असीरों के मुश्किल-कुशा, ग़ौस-ए-आ'ज़म ! फ़क़ीरों के हाजत-रवा, ग़ौस-ए-आ'ज़म ! इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ बंदे ग़म आज़ाद कुन दर दीन-ओ-दुनिया शाद कुन, या ग़ौस-ए-आ'ज़म दस्त-गीर ! गिरा है बलाओं में बंदा तुम्हारा मदद के लिए आओ, या ग़ौस-ए-आ'ज़म ! इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ बंदे ग़म आज़ाद कुन दर दीन-ओ-दुनिया शाद कुन, या ग़ौस-ए-आ'ज़म दस्त-गीर !

मालो ज़र हो ये हमारा या के इ़ल्म ओ फ़न हुज़ूर।

मैं पानी का प्यासा नहीं हूँ मेरा सर कटाने को दिल चाहता है वो शहर-ए-मोहब्बत जहाँ मुस्तफ़ा हैं वहीं घर बनाने को दिल चाहता है जो देखा है

नात शरीफ लिरिक्स हिंदी, नात शरीफ लिरिक्स हिंदी में, नात शरीफ लिरिक्स हिंदी में,

क़ुर्बान मैं उन की बख़्शिश के मक़्सद भी ज़बाँ पर आया नहीं

याद करते हैं तुम को शाम-ओ-सहर, दिल हमारे सलाम कहते हैं

तुझे जाना जाता है दोनों आलमों का बादशाह

Inside the commencement of language, poetry is the first step. Individuals communicate as a result of poetry. Naat could be the time period of poetry wherein poet praise the Holy Prophet Muhammad (P.

तकलीफ़ होती है, तुझे मिर्चें भी लगती हैं

پرتگال کا ویزا حاصل کرنے کے خواہشمند افراد کے لیے ایک اہم خبر

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